अनेक प्रकार के वाहनों मोटरकार विमान रेलगाड़ी डीजल और पेट्रोल से चलने वाले वाहनों जैसे स्कूटर ,कार ,मोटर आदि तथा लाउडस्पीकर, बाजे,कारखानों के सायरन तथा मशीनों के कारण ध्वनि प्रदूषण होता है.
वायुमंडल में उत्पन्न की गई ध्वनि जिसका मानव तथा अन्य प्राणियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल(Adverse) प्रभाव पड़ता है जो की ध्वनि प्रदुषण कहलाता है यह प्रदुषण जल तथा वायु प्रदुषण से एकदम अलग है क्योकि इसका प्रभाव तुरंत होता है और स्थाई हानि हो जाती है
ध्वनि प्रदुषण के स्त्रोत (sources of noise pollution)
1 उद्योगों जैसे कपडा मिल ,इस्पात कारखाने , स्वचालित वाहन बनाने वाले कारखाने आदि में अत्यधिक ध्वनि उत्पन्न होती है जिससे कारखानों में कर्मचारियों को हानि होती है
2 कर्मचारियों व्दारा गोली चलाने के अभ्यास करते समय हेलीकॉप्टर (Helicopter) तथा जेट वायुयान आदि के उड़ते या उतरते समय तीव्र ध्वनि प्रदुषण होता है
3 स्वचलित वाहनों जैसे कार ,बस ,मोटर ,स्कूटर ,टैक्टर ,मोटरसाइकिल तथा फसल काटने बा की मशीन आदि से ध्वनि प्रदुषण होता है
शोर का मापन (Noise measurement)
शोर की तीव्रता मापने की इकाई डेसीबल (Decibal =db ) है सामान्य बात चीत की ध्वनि लगभग 60 dB की होती है स्कूटर ,बस ,ट्रक आदि की लगभग 90 dB की ध्वनि उत्पन्न करते है और जेट (jets ) से 150 dB की उत्पन्न होती है रॉकेट का शोर 180dB होता है मनुष्य के कान 0 से 180dB तक की ध्वनि तीव्रता के प्रति संवेदी होते है 90dB से अधिक तीव्रता की ध्वनि मनुष्य को हानि पहुँचती है
ध्वनि प्रदुषण के प्रभाव (Effects of noise pollution)
1 तीव्र ध्वनि से कान का पर्दा फट जाने से मनुष्य बहरा हो सकता है
2 चिड़चिड़ापन ,क्रोध ,सिर दर्द आदि उतपन्न होते है
3 नीद नहीं आती मस्तिक को विश्राम नह मिलता।
4 प्रतिदिन लगभग 8 घंटा तक तीव्र धवन में रहने पर मनुष्य में बहरापन का प्रभाव होता है
ध्वनि प्रदूषण रोकथाम के उपाय (Measures to prevent noise pollution)
1 ऐसी मशीन बनानी चाहिए जिसमे शोर न हो।
2 मशीन का उचित रख रखाव करना चाहिए।
3 कारखाने आवास ग्रहो से दूर लगाने चाहिए।
4 ध्वनि उत्पादन करने वाली मशीन को ध्वनिरोधी (Soundproof) कमरों में ही लगाना चाहिए
5 कारखानों में कार्यरत कर्मचार्यो को अपने कानो में रोई लगनी चाहिए।
6 लाउडस्पीकर का उपयोग कम से कम करना चाहिए
7 सड़को के किनारे अधिक संख्या में वृक्ष लगाने चाहिए जिससे ध्वनि प्रदुषण काम होना चाहिए।